क्या डिजिटल मार्केटिंग सिर्फ बड़े कार्पोरेट घरानों के लिए है?
नहीं, डिजिटल मार्केटिंग अब सिर्फ बड़े कार्पोरेट घरानों का ही पालना नहीं रहा है, बल्कि यह छोटे कारोबारियों के लिए भी मददगार है। आज ये कहना गलत नहीं होगा कि डिजिटल मार्केटिंग ने बाजार और विज्ञापन की दुनिया का लोकतंत्रीकरण और डिजिटलीकरण किया है। साथ ही डिजिटल मार्केटिंग ने विज्ञापन की दुनिया में विज्ञापनों का एक नया अध्याय भी शुरू किया है।
जानिए कैसे पारंपरिक विज्ञापन से बेहतर है डिजिटल विज्ञापन?
ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए अब आपको मेट्रो सिटी में बड़े-बड़े होर्डिंग्स (जो महंगे और अक्सर नज़रअंदाज़ किए जाते हैं) लगाने की ज़रूरत नहीं है। अब आप अपने ग्राहकों तक सही समय और सही मंच के साथ तभी पहुंचेंगे, जब वह आपके प्रोडक्ट और सर्विस को खऱीदने या कम से कम उसके बारे में जानने को इच्छुक हों और इसके लिए डिजिटल विज्ञापन सबसे कारगर है।
उदाहरण के तौर पर एक व्यस्त मेट्रो स्टेशन के बाहर नए रेस्तरां का एक विशाल और प्रभावी होर्डिंग्स लगा है, जबकि लोग स्टेशन की ओर अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए भाग रहे हैं, हालांकि होर्डिंग्स में लगा विज्ञापन बेहद ही लुभावना है लेकिन तब लोग ऑफिस के टू डू लिस्ट में प्रोफेशनल कमिटमेंट्स और दूसरे कार्यों को शामिल करने में व्यस्त हैं। अब स्टेशन पर लगे इस होर्डिंग्स वाले विज्ञापन की तुलना मोबाइल पर आने वाले विज्ञापन से करें, जो सीधे आपके स्क्रीन पर आता है। मान लिजिए आप (ऑफिस में टार्गेट पूरा करने के जश्न में) सोच रहे हैं कि रात को कहां और किस रेस्तरां में टेबल बुक करना है, तभी आपके मोबाइल पर रेस्तरां का विज्ञापन पॉप अप होता है। अब आप सोचिए कि कौन सा विज्ञापन बेहतर है और किस विज्ञापन प्रणाली में बेहतर परिणाम आएंगे?
रेस्तरां वाले उदाहरण को लें तो यदि आपने अपने मोबाइल पर आए विज्ञापन पर क्लिक किया और टेबल बुक कर दिया तो विज्ञापनदाता को तुरंत लाभ होगा। वहीं रोड पर लगे होर्डिंग्स के विज्ञापनों से विज्ञापनदाता को तुरंत लाभ नहीं होता है। यही नहीं बल्कि विज्ञापनदाता को होर्डिंग्स में विज्ञापन करने के लिए उस इलाके में आने वाली भीड़ के अनुसार पैसा भी देना पड़ता है, और यहां यह मायने भी नहीं रखता है कि उस विज्ञापन पर लोग ध्यान दे रहे हैं या नहीं।
छोटे व्यवसायों के लिए डिजिटल मार्केटिंग ज्यादा उपयोगी है, क्योंकि इसे टार्गेटेड, स्पेशल. कारगर, मापने योग्य और सामरिक बनाया जा सकता है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि इसमें आप कस्टमाइज्ड क्रिएटिविटी कर सकते हैं और यह क्रिएटिविटी केवल ऑडियो-विजुअल को डिजाइन करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि डिजिटल मार्केटिंग में एक क्रिएटीव मार्केटर प्रभावी रूप से अपने बड़े व्यापार प्रतिद्वंद्वियों (विशाल विज्ञापन बजट वाले कार्पोरेट) से आगे भी निकल सकता है, क्योंकि यहां सिर्फ आपके कैंपेन का भव्य होना जरूरी नहीं है बल्कि सही कंटेट, कीवर्ड्स, प्लेसमेंट और समय सही हो तो आप अपने कारोबार को डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से बड़ा बना सकते हैं, इसलिए अगर आप छोटे व्यवसायी हैं और आपके मार्केटिंग का बजट कम है तो डिजिटल मार्केटिंग आपके लिए तुरूप का इक्का साबित हो सकता है। तो चलिए एक-एक करके जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग के फायदे…
1. डिजिटल मार्केटिंग की पहुंच पारंपरिक मार्केटिंग से अधिक है ।
ऑनलाइन मार्केटिंग से मास ऑडिएंस या यूं कहें कि अनगिनत लोगों तक पहुंचा जा सकता है, वहीं मार्केटिंग के पारंपरिक तरीकों से एक निश्चित जगह तक ही पहुंच बन पाती है। मार्केटिंग के पारंपरिक तरीके जैसे रोड साइड होर्डिंग्स से आप केवल ये उम्मीद कर सकते हैं कि उन होर्डिंग्स को सिर्फ वे ही लोग देखेंगे जो उन सड़कों से गुजरेंगे (तो आप उन संभावित ग्राहकों को अपने कारोबार से मिस आउट करेंगे, जो इन सड़कों से नहीं चलते या ये होर्डिंग्स उनके रास्तों में नहीं आते हैं) लेकिन डिजिटल मार्केंटिक के जरिए आप सभी ग्राहकों के मोबाइल और लैपटॉप स्क्रीन में अपने कारोबार के विज्ञापन की जगह बना सकते हैं। साथ ही डिजिटल मार्केटिंग विज्ञापन से आप उन लोगों तक भी पहुंच सकते हैं, जो अपने घरों से नियमित रूप से बाहर नहीं निकलते हैं। तो बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंच बनाने की संभावना डिजिटल मार्केटिंग में ही सबसे ज्यादा है।
2. एक ही विज्ञापन से एक साथ कई भौगोलिक क्षेत्रों में कैंपेन चला सकते हैं ।
मार्केटिंग के पारंपरिक तरीकों में आपको व्यक्तिगत रूप से स्थानीय संसाधनों पर पैसे खर्च करने पड़ेंगे जो उस क्षेत्र में विज्ञापन देने में सक्षम हों। साथ ही आपको उन इलाकों के लिए एक व्यक्ति को काम पर भी रखना पड़ेगा, जहां आप पैम्फलेट बंटवाना चाहते हैं। जबकि डिजिटल मार्केटिंग अभियान में, आप एक ही विज्ञापन से कई भौगोलिक क्षेत्रों को कवर कर सकते हैं और सभी टार्गेटेड एरिया में एक साथ लॉन्च भी कर सकते हैं।
3. डिजिटल मार्केटिंग का प्रबंधन और परिचालन आसान है ।
डिजिटल मार्केटिंग में आप अपने विज्ञापनों को कहीं से भी मैनेज कर सकते हैं, जरूरी नहीं है कि आप उस भौगोलिक क्षेत्र में रहें। उदाहरण के लिए यदि आप सिडनी में रहते हैं और न्यूयॉर्क सिटी में विज्ञापन करना चाहते हैं तो आप बेझिझक आसानी से विज्ञापन लॉन्च कर सकते हैं। न सिर्फ लॉन्च बल्कि आप वहां उपस्थित हुए बिना अपने विज्ञापन सुविधाओं को समय के साथ अपडेट भी कर सकते हैं। वहीं पारंपरिक विज्ञापनो की बात करें तो आपने अगर उन्हें एक बार लॉन्च कर दिया तो दोबारा उसे एडिट नहीं कर सकते। जबकि डिजिटल विज्ञापनों में संपादन आसानी से संभव हो जाता है, साथ ही AB परीक्षण एक ही उत्पाद का अलग अलग तरीकों से विज्ञापन लॉन्च करने का मौका भी देता है। एक उत्पाद से ग्राहकों की अलग अलग उम्मीदें होती हैं। AB परीक्षण विज्ञापनदाताओं को एक ही उत्पाद की विभिन्न विज्ञापन प्रतियां लॉन्च करने और उस उत्पाद के लिए सबसे अच्छा काम करने वाले विज्ञापन तरीकों का पता लगाने का अवसर देता है।
4. डिजिटल मार्केटिंग को प्रोडक्ट के अनुसार ग्राहकों पर केंद्रित किया जा सकता है ।
मान लीजिए मैं आपके पड़ोस के एक नेल पार्लर का मालिक हूं जो अपने लोकल एरिया में सभी को पोस्ट-बॉक्स के माध्यम से ऑफर भेजकर अपने दुकान विज्ञापन कर रहा हूं। बेशक लोग अपने घर के पास स्थित नेल-पार्लर और सैलून में जाना पसंद करते हैं। इसके बावजूद, ऑफर भेजकर मैं उन लोगों पर पैसा और संसाधन खर्च कर रहा हूं, जो शायद कभी भी मेरे ग्राहक नहीं होंगे, इनमें पुरूष, वरिष्ठ नागरिक और फैशन का विरोध करने वाले लोग शामिल हैं।
वहीं विज्ञापन के ऑनलाइन / डिजिटल तरीके मुझे अपने टार्गेट ऑडिएंश को चुनने की अनुमति देते हैं। यहां मैं अपने विज्ञापनों को महिलाओं पर, एक निश्चित आयु-वर्ग पर, निश्चित आय स्तर वाले लोगों पर, फैशन या नेल आर्ट में रुचि रखने वाले लोगों पर केंद्रित करने में पैसा खर्च कर सकता हूं। मैं अपने विज्ञापन को केवल उन लोगों के बारे में केंद्रित कर सकता हूं जिनके पास मेरे उत्पाद या सेवा को खरीदने की सबसे ज्यादा संभावना है।
5. मार्केटिंग बजट और बिजनेस संचालन की प्रभावशीलता रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट (ROI ) को बढ़ाते हैं ।
डिजिटल मार्केटिंग में टार्गेटेड प्रोसेस "रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट" का सबसे बड़ा कारक है। बतौर बिजनेसमैन आप उन कार्यों पर फालतू खर्च में कटौती कर सकते हैं, जो आपको रिटर्न नहीं देते। सिर्फ यही नहीं बल्कि एक डिजिटल विज्ञापन को डिजाइन करना और उसे प्रसारित करना अक्सर एक पारंपरिक विज्ञापन को डिजाइन की तुलना में बहुत कम खर्चीला होता है।
डिजिटल विज्ञापन का नियंत्रण और संचालन आसान होता है, मसलन अगर आपको लगता है कि विज्ञापन अपने लक्षित जगह पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो आप विज्ञापन का संचालन बंद कर सकते हैं और अपना पैसा बचा सकते हैं।
ये सभी कारक उन जगहों पर पैसे बचाने में मदद करते हैं, जहां आपका विज्ञापन नहीं चल रहा है। इसके अलावा डिजिटल मार्केटिंग आपको भौगोलिक सीमाओं से परे अपने बिजनेस का विज्ञापन करने की अनुमति देता है, यानि यह आपको भौगोलिक आधार पर कस्टमर बेस बढ़ाने और रेवेन्यू बढ़ाने में मदद करता है, जिससे रिटर्न ऑफ इन्वेस्टमेंट मेंं वृद्धि होती है।
6. डिजिटल मार्केेटिंग ग्राहकों के बारे में महत्वपूर्ण लीड देता है ।
डिजिटल मार्केटिंग तुरंत बिक्री नहीं कराता है बल्कि ये पहले संभावित ग्राहकों के बारे में भरपूर जानकारी देता है, जिन्हें थोड़े प्रयास के बाद खरीददार में परिवर्तित किया जा सकता है।
हालाँकि डेटा गोपनीयता कानून, प्लेटफ़ॉर्म को ग्राहकों के डेटा साझा करने की अनुमति नहीं देते हैं। इसके बावजूद भी ये प्लेटफ़ॉर्म आपको उन सभी ग्राहकों के लिए रीमार्केट करने के तरीके देते हैं, जिन्होंने आपके पिछले विज्ञापन पर रूचि दिखाई थी।
इसलिए बार-बार विज्ञापनों को उन स्क्रीन पर ले जाने से जो पहले आपके विज्ञापन या वेबसाइट को ब्राउज़ करने में सामान्य से अधिक समय बिता चुके हैं, वे खरीददार में परिवर्तित हो सकते हैं। इसलिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म उन ग्राहकों के बारे में आपको वैल्यूबल लीड देते हैं जो पहली बार में एक खरीददार में परिवर्तित नहीं हुए, लेकिन वो आपके विज्ञापन पर आश्वस्त हैं और अगली बार आपके मार्केटिंग कंटेट पर ध्यान देने की अधिक संभावना भी रखते हैं।
7. डिजिटल मार्केटिंग विज्ञापन प्रक्रिया को लोकतांत्रिक बनाती है ।
डिजिटल मार्केटिंग सभी व्यवसायों चाहे वो बड़े हों या छोटे, को एक समान अवसर देता है। किंतु कुछ विज्ञापनदाताओं का तर्क होगा कि "पे पर क्लिक" (PPC) या डिजिटल विज्ञापन लॉन्च करने की बीडिंग (बोली)आधारित प्रक्रिया है, और इसमें आपकी पहुंच उतने पैसों तक सीमित है जिसे आप सोशल मीडिया के विज्ञापनों पर खर्च कर सकते हैं और बजट खत्म होते ही मार्केटिंग की यह प्रक्रिया फिर से उन कॉर्पोरेट के हाथों चला जाएगा जिनके पास ज्यादा मार्केटिंग बजट है। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है, डिजिटल मार्केटिंग के खेल में बजट से ज्यादा रणनीति की आवश्यकता होती है और इस खेल में बजट नहीं बल्कि आपकी एडवर्टाइजिंग प्लानिंग मायने रखती है।
यदि आप ग्राहकों के बारे में अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर जानते हैं और सही ग्राहकों की पहचान कर लक्षित रणनीति का प्रयोग करते हैं, तो आप निश्चित ही इस खेल में आगे रहेंगे और दर्शकों के लिए प्रसारित होने वाले अपने प्रतिस्पर्धियों के व्यापक और चमकदार विज्ञापनों को पीछे छोड़ देंगे।
याद रखें, आपके विज्ञापन की मौजूदगी इंटरनेट पर हर जगह जरूरी नहीं है, इसे बस सही समय पर सही लोगों द्वारा देखा जाना जरूरी है।
8. डिजिटल मार्केटिंग में ग्राहकों के डेटा को एकत्र करना और कीमती फीडबैक उपलब्ध कराकर लगातार सुधार किया जा सकता है ।
डिजिटल मार्केटिंग कैंपेन प्रभावी रूप से उन लोगों के बारे में रियल टाइम डेटा एकत्र करता है, जिन्होंने आपके विज्ञापन पर प्रतिक्रिया दी। इसलिए डिजिटल विज्ञापन प्रभावी रूप से कस्टमर शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया है। यहां, एक कैंपेन द्वारा प्राप्त डेटा का उपयोग अगले कैंपेन को गति देने के लिए किया जा सकता है। इस प्रकार आपको सेल बढ़ाने के लिए आंख बंद करके पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं है। एक मार्केटिंग कैंपेन के अंत में उसकी पहुंच, उसके क्लिक और अन्य मापदंडों के बारे में भारी मात्रा में डेटा प्राप्त होती है। जिसे यह समझने के लिए विश्लेषण किया जा सकता है कि आपके लिए क्या काम कर रहा है और क्या नहीं, जिसके अनुसार आप आगे निर्णय ले सकते हैं।
9. डिजिटल मार्केटिंग में हर बिजनेस और मार्केटिंग उद्देश्य के लिए विकल्प उपलब्ध हैं ।
सभी बिजनेस के लिए बिक्री एक प्राथमिक उद्देश्य जरूर होती है, किंतु बिजनेस में हमेशा बिक्री ही नहीं की जाती है बल्कि कभी कभी बाजार की रणनीतियां (मार्केटिंग स्ट्रेटजी) बाजार में देर तक बने रहने के लिए बनाई जाती हैं, जहां अलग अलग चरणों से गुजरने के बाद लंबे समय तक सफलता मिलती है।
कभी कभी बिजनेस सिर्फ ब्रांड प्रमोशन के लिए भी विज्ञापन देते हैं या कभी एक नये प्रोडक्ट या सर्विस लॉन्च करने के लिए भी विज्ञापन देते हैं। इसके अलावा कभी-कभी बिजनेस केवल अपनी सामाजिक स्थिति को बताने के लिए भी विज्ञापन करते हैं, ताकि वे अपने ब्रांड को ग्राहकों के लिए ज्यादा भरोसेमंद बना सकें।
डिजिटल विज्ञापन के पास सभी प्रकार के विज्ञापन उद्देश्यों के लिए विशिष्ट समाधान उपलब्ध हैं। जैसे, एक (B2B) बिजनेस लिंक्डइन और ट्विटर विज्ञापनों पर खर्च करना पसंद करेगा।
जबकि नए प्रोडक्ट या नया ब्रांड पेश करने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया में कैंपेन हो सकता है। बतौर बिजनेसमैन अगर आप सुनिश्चित हैं कि आपका प्रोडक्ट बिक जाएगा तो गूगल एड्स भी कर सकते हैं।
10. डिजिटल विज्ञापन ही विज्ञापनों का भविष्य है और टेक्नोलॉजी इसे बहुत अधिक संभावित बनाती है ।
डिजिटल विज्ञापन में स्क्रीन तकनीक के सभी गुणों को शामिल करने की संभावनाएं रहती हैं, जो प्रिंट विज्ञापनों में असंभव है।
डिजिटल विज्ञापन के माध्यम से आप रेगिस्तान में पानी बहा सकते हैं, 50वीं मंजिल से गोता लगा सकते हैं। यानी दर्शकों का ध्यान अपने प्रोडक्ट की तरफ खींचने के लिए डिजिटल विज्ञापन से ऐसी अकल्पनीय चीजें कर सकते हैं।
हाल ही में सेंट्रल लंदन में एक डीप 3D डिजिटल बिलबोर्ड में एक ऐसा विज्ञापन चला, जिससे दर्शकों को यह महसूस हुआ कि विज्ञापन का एक कैरेक्टर बिलबोर्ड से बाहर कूदने वाला है। यह अनुभव किसी के कमरे में झांकने जैसा है।
आप अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए तकनीक का असीमित उपयोग कर सकते हैं। विज्ञापन में तकनीक का प्रयोग समय के साथ बेहतर होता जा रहा है।
डिजिटल मीडिया ग्राहक रूपांतरण प्रक्रिया का समर्थन कैसे करता है?
इसे समझने के लिए हमें सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि डिजिटल मीडिया में 'रूपांतरण' क्या है? 'रूपांतरण' तब होता है, जब कोई ग्राहक ऐसी कार्रवाई करता है जो वास्तव में विज्ञापनदाताओं के लक्ष्य को पूरा करता हो। इसलिए, जब कोई ग्राहक किसी वेबसाइट पर आता है और वास्तव में एक प्रोडक्ट खरीदता है, तो इसे 'बिक्री रूपांतरण' कहा जाता है।
लेकिन रूपांतरण हमेशा बिक्री के बारे में नहीं होता है। एक सेवा प्रदाता के लिए रूपांतरण कोई व्यक्ति हो सकता है जो वेबसाइट पर आ रहा है और एक पूछताछ फॉर्म भर रहा है। इससे महत्वपूर्ण लीड मिलेगा, जिसे उनकी सेल्स टीम द्वारा टेलीफोनिक या आमने-सामने की चर्चाओं के साथ आगे बढ़ाया जाएगा और इससे बिक्री होगी।
डिजिटल मीडिया कई तरीकों से ग्राहक रूपांतरण प्रक्रिया कर सकता है! आइए यहां उन तरीकों के बारे में एक एक करके समझते हैं।
1. डिजिटल मार्केटिंग आपके बिजनेस को ग्राहकों के लिए जरूरत के अनुसार विजिबल बनाता है। तो यदि आप एक आर्ट क्लास संचालित कर रहे हैं और आपके पास Google MyBusiness का अकाउंट है तो उन ग्राहकों को आपके बिजनेस के बारे में पता चलेगा जो "art class near me" सर्च करेंगे।
यदि आप अपना बिजनेस किसी कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के चौथे मंजिल से चला रहे हैं, जो रोड से नहीं दिखता है लेकिन इसके बावजूद आप डिजिटल मार्केटिंग से ग्राहक बना सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग सिर्फ ऑनलाइन बिजनेस के लिए जरूरी नहीं है बल्कि यह आपके ग्राहकों तक पहुंचने के लिए एकदम सटीक रास्ता है।
बतौर ग्राहक हो सकता है आप ऑफलाइन सेवाओं की तरफ देखें, लेकिन आप सबसे पहले ऑनलाइन लीड की तरफ ही देखेंगे।
2. डिजिटल मार्केटिंग ग्राहकों को उन प्रोडक्ट्स और सर्विस के बारे में याद दिलाता रहता है, जिन्हें वे खरीदने के इच्छुक थे। इस तरह से, डिजिटल मार्केटिंग सेल की तरफ फाइनल पुश करने में भी मदद करता है, जो कभी-कभी संदिग्ध ग्राहकों के लिए आवश्यक होता है।
3. डिजिटल विज्ञापन उन व्यवसायों को महत्वपूर्ण लीड देता है, जिन्हें अपने ग्राहक के लिए किसी प्रोडक्ट या सर्विस को उनके अनुसार बनाने के लिए सीधे बातचीत करने की आवश्यकता होती है।
इसका सबसे अच्छा उदाहरण एक पार्टी में फूड कैटरिंग सेवा का हो सकता है। जहां कैटरर अपनी वेबसाइट पर अपने ऑफर के बारे में सभी विवरण दे चुका हो, लेकिन फाइनल ऑर्डर को ग्राहक के आवश्यकतानुसार कस्टमाइज करना पड़ता है। इसलिए, वेबसाइट ई-कॉमर्स की तरह तत्काल बिक्री सुनिश्चित करने में सक्षम नहीं हो सकती है, यह संभावित ग्राहक के साथ जुड़ने का एक माध्यम है।
4. डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर रीमार्केटिंग, ग्राहकों को उस विक्रेता के बारे में याद दिलाती रहती है जहां से उन्होंने आखिरी बार खरीदा था। इस प्रकार डिजिटल मार्केटिंग से ब्रांड लॉयल्टी विकसित करने और ग्राहकों को दोहराने में मदद मिलती है।
5. डिजिटल स्पेस में रिव्यू और फीडबैक, एक कड़ी मेहनत करने वाले ब्रांड की सराहना करने और खराब ग्राहक सेवा वाले लोगों को दंडित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रिव्यू और फीडबैक, खरीदारों को एक समान दिखने वाले विक्रेताओं से अच्छे विक्रेताओं को अलग करने में मदद करता है। साथ ही उन्हें एक अच्छा खरीद निर्णय लेने का आत्मविश्वासभी प्रदान करता है।
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